IJFANS International Journal of Food and Nutritional Sciences

ISSN PRINT 2319-1775 Online 2320-7876

जनजातीय क्षेत्रीय महाविद्यालयों के पुस्तकालय संसाधनों की आवश्यकताएँ और उपयोगिता: मध्य प्रदेश पर एक अध्ययन

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Jyoti Bele, Dr Dinanath Pawar

Abstract

संक्षेप मध्य प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रीय महाविद्यालयों में पुस्तकालय संसाधनों की उपलब्धता और उपयोगिता का अध्ययन अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि ये संस्थान वहाँ के छात्रों की शैक्षणिक आवश्यकताओं को पूरा करने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं। पुस्तकालय किसी भी शैक्षणिक संस्थान का एक अभिन्न अंग होता है, जो छात्रों को पाठ्यक्रम संबंधी पुस्तकों, संदर्भ सामग्रियों, शोध पत्रों और डिजिटल संसाधनों तक पहुँच प्रदान करता है। हालाँकि, जनजातीय क्षेत्रों में स्थित महाविद्यालयों में पुस्तकालयों की स्थिति अनेक चुनौतियों से ग्रस्त है, जैसे पर्याप्त पुस्तकों की कमी, डिजिटल संसाधनों का अभाव, इंटरनेट कनेक्टिविटी की समस्याएँ और छात्रों में पुस्तकालय उपयोग की सीमित प्रवृत्ति। इस अध्ययन का उद्देश्य इन महाविद्यालयों के पुस्तकालय संसाधनों की वर्तमान स्थिति का विश्लेषण करना और यह समझना है कि छात्रों को किन प्रकार की शैक्षणिक सामग्रियों की सर्वाधिक आवश्यकता होती है। साथ ही, यह शोध पुस्तकालय उपयोग में आने वाली बाधाओं की पहचान कर उनके समाधान के लिए संभावित उपाय सुझाएगा, जिससे पुस्तकालयों को अधिक प्रभावी और सुलभ बनाया जा सके। पुस्तकालय सुविधाओं में सुधार से न केवल छात्रों की शैक्षणिक दक्षता बढ़ेगी बल्कि यह उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं और उच्च शिक्षा के लिए बेहतर तरीके से तैयार करने में भी सहायक होगा। इस अध्ययन के निष्कर्ष पुस्तकालय प्रबंधन, नीतिगत निर्णयों और संसाधनों के प्रभावी उपयोग के लिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश प्रदान करेंगे, जिससे जनजातीय क्षेत्रों में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को सुदृढ़ किया जा सके।

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